|| सर्व विजयी हिन्दू पुत्र राष्ट्रधर्म आराधना ||

23-07-2020

अयोध्या संघर्ष की गाथा 500 वर्ष की गुलामी, कारसेवकों की शहादत और अशोक सिंघल

500 वर्षों से अधिक दिनों की गुलामी के जंजीरों से आजाद हुआ अयोधया। कारसेवकों की बलिदान संतों की शहादत से श्री राम मंदिर आंदोलन की यात्रा के बीच एक ऐसा शख्स जिसे राम मंदिर आंदोलन का हनुमान बताया जा रहा है । विश्व हिंदू परिषद की फायर ब्रांड नेत्री साध्वी प्राची जो हिंदू पुत्र संगठन के आग्रह पर बिहार आई थी।हिंदू पुत्र संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक राजीव ब्रह्मर्षि नें उनकी दृष्टि को किया है प्रकाशित।साथ हीं उन्होंने अयोध्या श्री राम जन्मभूमि भूमि पूजन के उपलक्ष में फ़िलवक्त अपना बयान सोशल मीडिया पर साझा करते हुए बताया है कि। अयोध्या आंदोलन का हनुमान जिसने आखरी सांस तक राम लला के लिए संघर्ष किया मन्दिर तो बनेगा पर इस ऐतिहासिक पल में अशोक जी सिंघल की कमी बहुत खलेगी ?? अयोध्या के संघर्ष का अग्रणी सेना पति जिसने राम लला के मन्दिर निर्माण के लिए अपने जीवन की आहुति मन्दिर की नींव में रखी ?? अशोक जी की कमी इस पल में भाभूक कर देती है अशोक जी के संघर्ष पर हजार पोस्ट लिखूं तो भी कम है बस यूं समझो यह हनुमान थे अयोध्या आंदोलन संघर्ष के !! अशोक जी सिंघल के बिना अयोध्या के सारे अध्याय अधूरे विश्व हिन्दू परिषद ओर बाबूजी अयोध्या आंदोलन की रीढ़ थे आखरी सांस तक रामलला के मंदिर के लिए लड़ते रहे !! और भीषण संघर्ष की सफलता के कुछ वर्ष पूर्व ही राम जी ने अपने बजरंगी को अपने पास बुला लिया अशोक जी शरीर सें नहीं है पर उनकी आत्मा आज भी मन्दिर निर्माण के पत्थरों को साफ कर रही होगी सिलाओ को उठा उठाकर नीव के पास रख रही होगी। बिना मन्दिर निर्माण के अशोक सिंघल जी मर नहीं सकते वो आज भी डटे है मन्दिर निर्माण के पत्थरों की आवाज सुनलो अशोक जी आज भी हमारे साथ है !! कोटि कोटि नमन इस महामानव के अयोध्या संघर्ष को साभार___



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